मतगणना की तैयारियों में सतर्कता बरतें अधिकारी, इन निर्देशों का पालन करना जरूरी

सीईओ एवं उप निर्वाचन आयुक्त ने की मतगणना की तैयारियों की समीक्षा
भोपाल : मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियों को लेकर चुनाव आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) व्ही.एल. कान्‍ता राव ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को लोकसभा चुनाव 2019 में मतगणना की तैयारियों में पूरी पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिये हैं। 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व्ही.एल.कान्ता राव ने शुक्रवार (10मई) को भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन के साथ प्रदेश के लोकसभा चुनाव के मतगणना की तैयारियों की समीक्षा की। इस मौके पर अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप यादव भी मौजूद थे।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने दिया ये निर्देश 

- VVPAT मशीनों की पर्चियों की गणना के लिए गणना कर्मियों का अलग दल बनायें
-  गणना कर्मियों के लिये अलग से प्रशिक्षण आयोजित करें। 
- प्रत्येक जिला मुख्यालय पर एक-एक आदर्श मतगणना कक्ष बनायें। 
- जहाँ न केवल गणना कर्मी बल्कि उम्मीदवार अथवा उनके अभिकर्त्ता भी मतगणना के व्यवहारिक पहलुओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।
- प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में VVPAT मशीनों की पर्चियों की गणना के लिए अलग से एक टेबल निर्धारित करने के निर्देश। 
- निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक VVPAT मशीनों की पर्चियों की गणना रिटर्निंग अधिकारी और आयोग के प्रेक्षक की देखरेख में ही करायें। 
- मतगणना स्थल तक स्ट्राँग रूम की सुरक्षा के बारे में भी सतर्कता बरतें। 
- स्ट्राँग रूम के प्रोटोकाल का हर हाल में पालन सुनिश्चित करें।

CCTV कैमरे से होगी निगरानी

बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन ने मतगणना की तैयारियों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मतों की गणना विधानसभावार की जायेगी तथा एक चक्र के गणना परिणामों की घोषणा के बाद ही अगले चक्र के मतों की गिनती प्रारंभ की जा सकेगी। उप निर्वाचन आयुक्त ने VVPAT मशीनों की पर्चियों की गणना में बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी। 

उन्होंने VVPAT की पर्चियों की गणना के लिए नियुक्त किये जाने वाले अमले को अलग से प्रशिक्षण दिये जाने के साथ-साथ गणना की मॉकड्रिल की आवश्यकता भी बताई। जैन ने बैठक में स्ट्राँग रूम की सुरक्षा पर चर्चा करते हुए कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारियों को प्रतिदिन स्ट्राँग रूम का निरीक्षण करना चाहिए। उन्होंने स्ट्राँग रूम की निगरानी के लिए लगाये गये CCTV कैमरों की रिकॉर्डिंग की समुचित व्यवस्था पर भी जोर दिया।

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