Mukhyamantri Sikho Kamao Yojana: पहले प्रशिक्षण, फिर रोजगार

Mukhyamantri Sikho Kamao Yojana: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 4 जुलाई को मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की शुरूआत करेंगे। रवीन्द्र भवन भोपाल में योजना का शुभारंभ कार्यक्रम बेहतर और व्यवस्थित हो इसके लिए सीएम शिवराज सिंह ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। कार्यक्रम में एमएमएसकेवाय (MMSKY) पोर्टल का शुभारंभ किया जाएगा। इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक, आईटीआई और उच्च शिक्षा महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के अलावा ग्यारहवीं-बारहवीं के विद्यार्थियों को भी कार्यक्रम में जोड़ा जाए। कार्यक्रम का जिला मुख्यालयों पर प्रसारण होगा। मुख्यमंत्री ने योजना का विभिन्न प्लेटफार्म से बेहतर प्रचार-प्रसार‍करने के भी निर्देश दिए।

17 मई को विशेष केबिनट बैठक में युवाओं के भविष्य को सँवारने वाली मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना mmsky.mp.gov.in को मंजूरी देने के ऐतिहासिक निर्णय लिया था। योजना में युवाओं के पंजीयन के बाद विभिन्न प्रतिष्ठानों में उन्हें हुनर सीखने की अवधि में आर्थिक सहायता के रूप में 8 से 10 हजार रूपए तक स्टाइपेंड उपलब्ध कराया जायेगा। राज्य सरकार इस योजना में प्रतिष्ठानों से अनुबंध भी करेगी। 

युवाओं को नई उड़ान देने के लिये प्रदेश में ऑन द जॉब ट्रेनिंग की सुविधा देते हुए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लागू की गई है। योजना में कम से कम एक लाख युवाओं को प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी, 18 से 29 वर्ष के युवा, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं अथवा आईटीआई या उच्च है, वे योजना में पात्र होंगे। चयनित युवाओं को छात्र प्रशिक्षणार्थी कहा जायेगा। प्रशिक्षण के बाद मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSSDEGB) द्वारा स्टेट कॉउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (SCVT) का प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। युवाओं को प्रशिक्षण के साथ स्टाइपेंड मिलेगा, कौशल उन्नयन से उनके रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आमदनी का बेहतर मार्ग प्रशस्त होगा।

योजना से देश और प्रदेश के प्रतिष्ठित औद्योगिक तथा निजी संस्थानों को जोड़ा जाएगा। प्रतिष्ठान के पास पेन नंबर और जीएसटी पंजीयन होना आवश्यक होगा। प्रतिष्ठान अपने कुल कार्यबल के 15 प्रतिशत की संख्या तक छात्र प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दे सकेंगे। योजना में 12वीं या उससे कम कक्षा में उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थियों को 8 हजार रूपए, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हजार 500 रूपए, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हजार रूपए और स्नातक उत्तीर्ण या उच्च शैक्षणिक योग्यता वालों को 10 हजार रूपए प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जाएगा। स्टाइपेंड की 75 प्रतिशत राशि राज्य शासन की ओर से प्रशिक्षणार्थी को डीबीटी से भुगतान की जायेगी। संबंधित प्रतिष्ठान को निर्धारित न्यूनतम स्टाइपेंड की 25 प्रतिशत राशि प्रशिक्षणार्थी के बैंक खाते में जमा करानी होगी।

नीमच जिले में 216 नये उद्योग स्थापित, 10 हजार रोजगार सृजित

एमएसएमई मंत्री सखलेचा ने जिला स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम में कहा कि नीमच जिले में गत एक वर्ष में 216 नये छोटे एवं बड़े उद्योग प्रारंभ हुए हैं। इन उद्योगों से 10 हजार युवाओं के लिए रोजगार का सृजन हुआ है। उन्होंने कहा कि जिले के सभी उद्योग, सीखो-कमाओ योजना में अपनी जरूरत के लिए युवाओं को चयनित कर प्रशिक्षण प्रदान करें। योजना में जिले में लगभग 3 हजार युवाओं का स्किल डेवलपमेंट होगा। प्रशिक्षण अवधि में राज्य सरकार द्वारा युवाओं को 8 हजार से 10 हजार रूपये तक की राशि प्रतिमाह दी जाएगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रतिष्ठित आईटी कंपनियाँ भी मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में युवाओं को प्रशिक्षित करेगी।

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