Dhar Dam Investigation : कमलनाथ ने किया जांच दल का गठन, डैम निर्माण कार्य का करेगी जांच

Dhar Dam Investigation : मध्यप्रदेश के धार ज़िले में कारम नदी पर बने डैम लिकेज की ख़बर को लेकर प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार धार घटना की जानकारी ले रहे हैं। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने धार जिले में 304.44 करोड़ की लागत से कारम नदी पर डैम निर्माण की जांच को लेकर जांच दल का गठन किया है। इस दल धार जाकर घटना की जानकारी जुटायेगी।

कमलनाथ ने ट्वीट पर कहा कि डैम में लिकेज की ख़बर बेहद चिंताजनक है। 304 करोड़ की इस योजना में शुरू से स्थानीय ग्रामीणजनो व जनप्रतिनिधियो द्वारा भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण कार्य की शिकायत दर्ज करवायी जा रही थी लेकिन शिकायतों की अनदेखी की गयी , जिसके परिणाम स्वरूप पहली बारिश में ही यह लिकेज की घटना सामने आयी है। आदिवासी क्षेत्रों में चले रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायतें निरंतर सामने आ रही है। 

मैं सरकार से माँग करता हूँ कि डैम में लिकेज को देखते हुए सरकार सुरक्षा के तत्काल आवश्यक सभी कदम उठाये ताकि किसी भी तरह के नुक़सान व जनहानि को रोका जा सके। आसपास के गाँवो में विशेष सतर्कता बरतने व उन्हें सुरक्षित स्थानो पर पहुँचाने की तैयारी भी की जावे। साथ ही इस नवनिर्मित डैम में भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण की शिकायतों को देखते विशेषज्ञों का एक जाँच दल तत्काल गठित करने का निर्णय भी लिया जावे जो इस निर्माण कार्य की जाँच करे। साथ ही इसके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।

Dhar Dam Investigation team कांग्रेस ने भी  जांच कमेटी बनाई 

कांग्रेस ने भी  धार में डैम की घटना पर जांच कमेटी बनाई। जांच के लिए कांग्रेस ने जांच कमेटी गठित की है। इसमें धार अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम, गंधवानी विधायक उमंग सिंगार, कुक्षी विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल, इंदौर विधायक संजय शुक्ला, देपालपुर विधायक विशाल पटेल, सरदारपुरा विधायक प्रताप ग्रेवाल, धरमपुरी विधायक प्राचीलाल मेडा, मनावर विधायक डॉ. हीरा अलावा शामिल हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कमेटी बनाकर जल्द रिपोर्ट देने का कहा है।

dhar dam latest news ये है घटना

धार में भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बनाए जा रहे डैम में गुरुवार से लीकेज के बाद पानी का रिसाव शुरू हुआ था। शुक्रवार सुबह बांध के एक तरफ की मिट्‌टी बह गई। इससे डैम की वॉल का बड़ा हिस्सा ढह गया। इसके बाद खतरे के मद्देनजर प्रशासन ने डैम के आसपास के 18 गांव खाली करा लिए। इनमें धार जिले के 12 और खरगोन के 6 गांव शामिल हैं। इससे करीब 40 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। डैम से प्रभावित होने वाले गांवों में धारा 144 लगाई गई है।

प्रशासन की टीम तैनात

dhar dam water level डैम का पानी जिस नदी में जाएगा, उस पर आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे-3 (AB रोड) का पुल है। हाईवे पर ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए प्रशासन की टीम तैनात है। वाहनों की आवाजाही कम कर दी गई है। 4 किलोमीटर दूर मानपुर से लेकर खलघाट तक डायवर्ट कर दिया गया है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य के लिए सेना को बुला लिया है। एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

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