केएल डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी ने सफलतापूर्वक अपना पहला सैटेलाइट केएलसैट लांच किया

 केएल डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी यह गर्व से घोषणा करती है कि उन्होंने  अपनी पहली सैटेलाइट - केएलसैट  की सफ़लतापूर्वक उड़ान भरी है , यह उड़ान विजयवाड़ा कैम्पस के ग्रीन फील्ड्स मे भरी गई और यह वायुमंडल मापन प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण  कदम है। इस  मिनिएचर सैटेलाइट मे वायुमंडलीय सेंसर 1U क्यूबसैट लगा हुआ है।  यह सैटेलाइट तेज गति से  28 किलोमीटर (92,000 फीट) की ऊंचाई तक पहुँची और अनुसंधान के उद्देश्यों के लिए मूल्यवान डेटा को जुटाया। लैंडिंग प्रक्रिया के दौरान, इसने अपने पैराशूट को प्रसारित किया ताकि सैटेलाइट की गति को नियंत्रित किया जा सके, और जैसा की प्रत्याशित था, यह सैटेलाइट लगभग 80 किलोमीटर के रेडियस के भीतर सुरक्षित रूप से उतर गयी। 10:30 बजे, सैटेलाइट से सिग्नल वुटुकुरु के पास से ट्रैक किए गए। 

केएलसैट प्रोजेक्ट एक प्रयास है जिसका उद्देश्य दिए गए विशिष्ट क्षेत्रों में वायुमंडल मापन प्रौद्योगिकी की समझ को आगे बढ़ाना है। इसमें जोड़े गए जटिल घटकों को  एक संयुक्त प्रणाली  के द्वारा प्रयोग किया जाता है, जो सुगमता से मिलकर काम करते हैं ताकि महत्वपूर्ण डेटा को दर्ज किया और प्रसारित किया जा सके, जिससे पृथ्वी के वायुमंडल पर वैज्ञानिक अनुसंधान में बेहतरीन योगदान दिया जा सके।

इस मिशन की सफलता टेलीमेट्री परत पर निर्भर करती है, जो संचालन और डेटा प्रसारण के लिए जिम्मेदार एक मौलिक घटक है। इस परत में तीन महत्वपूर्ण घटक हैं

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