Father's-day  लेख

डैडी बोलें या बाप, ज़रूरत तो आज भी है लेकिन ज़माना बदल गया

फ़ादर्स डे बनाम तर्पण ... लेखक  - मनोज कुमार रिश्ते में हम तेरे बाप लगते हैं, तब लगता है कि बाप कोई बड़ी चीज होता है लेकिन बाज़ार ने 'फादर्स डे' कहकर उसे भी टेडीबियर की शक्ल दे दी है। ब्च्चे उन्हीं की जेब काटकर, उन्हें गिफ्ट देते हैं। उपहार...