बंधन बैंक ने 8 साल से भी कम समय में अपनी  , शाखाओं की संख्या तीन गुना तक पहुंचाई

देश में सबसे तेजी से बढ़ते बैंकों में से एक बंधन बैंक ने अपना परिचालन शुरू करने के 8 वर्षों से भी कम समय में अपनी शाखाओं की संख्या को तीन गुना तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। बैंक की अब कुल 1,500 से अधिक बैंक शाखाएँ हैं। बैंक के पास पहले से मौजूद अन्य 4,500 बैंकिंग इकाइयों के नेटवर्क के साथ, देश भर में बैंकिंग आउटलेट की कुल संख्या अब 6,000 से अधिक है। बैंक ने 23 अगस्त 2015 को 501 शाखाओं के साथ अपनी यात्रा शुरू की थी।
बैंक वर्तमान में भारत के 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले 6,000 से अधिक बैंकिंग आउटलेटों के एक मजबूत नेटवर्क के माध्यम से 3 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। बैंक की कोशिश है कि प्रत्येक भारतीय की विविध वित्तीय जरूरतों को पूरा किया जाए, चाहे वे कहीं भी रहते हों, या फिर उन्हें किसी भी वित्तीय उत्पाद की आवश्यकता हो और वे कोई भी बैंकिंग चैनल पसंद करते हों - फिजिकल या डिजिटल।

बैंक के एमडी और सीईओ चंद्रशेखर घोष ने कहा, ‘‘आज का दिन बंधन बैंक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जब हमने अपनी शाखाओं की संख्या को तीन गुना तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। पिछले आठ वर्षों के दौरान देश के हर कोने से मिले ग्राहकों के विश्वास के कारण ही यह उपलब्धि संभव हो पाई है। आज हमारे देश में बैंकिंग आउटलेट्स की गहरी पैठ की जरूरत है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर किसी की बैंकिंग तक पहुंच हो। हमारे तेजी से बढ़ते शाखा नेटवर्क और डिजिटल ऑफर्स के साथ, बंधन बैंक हमारे मूल्यवान ग्राहकों के लिए सुविधा, सुरक्षा और पहुंच को और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।’’

बैंक ने अपनी एसेट बुक और अलग-अलग स्थानों पर अपनी मौजूदगी के मामले में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है। बैंक ग्रामीण और शहरी बाजारों के समान संयोजन के साथ पूर्व और उत्तर-पूर्व के अपने पारंपरिक क्षेत्रों से परे अपनी उपस्थिति का विस्तार करना जारी रखेगा। बैंक सुरक्षित ऋणों की हिस्सेदारी भी लगातार बढ़ा रहा है। बैंक आकर्षक ब्याज दरों पर होम लोन, पर्सनल लोन, ऑटो लोन और 2-व्हीलर लोन जैसे खुदरा ऋण उत्पादों की एक विस्तृत रेंज प्रदान करता है। बैंक ने हाल ही में ग्राहकों की सुविधा के लिए नियो प्लस डिजिटल बचत बैंक खाता नामक एक पूर्ण डिजिटल बचत बैंक खाता शुरू किया है।

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