आज भोपाल में 150 कोरोना संक्रमित मिले, एक डॉक्टर भी शामिल

भोपाल : कोरोना महामारी धीरे-धीरे हर व्यक्ति तक पहुंच रहा है। इसके लिए अब एक-दूसरे को कोरोना गाइडलाइन से जागरूक होने की जरूरत है। राजधानी भोपाल में आज 7 अगस्त को दोपहर तक 150 कोरोना संक्रमित मरीज मिले। जिसमें एक डॉक्टर शामिल है। जीएमसी में तीन की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। वहीं भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और अब 7 दिन होम क्वारैंटाइन में रहेंगे। अब भोपाल में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7525 हो गई है, कोरोना से 24 घंटे में 4 की मौत हुई। अब मरने वालों का आंकड़ा 212 पर पहुंचा, एक्टिव केस 2131 हुए, जो मध्यप्रदेश में सबसे अधिक है।  वीडी शर्मा ने कहा- मैं पूर्णतः स्वस्थ हूँ एवं आज अस्पताल से घर लौट आया हूँ। गाइडलाइन अनुसार 7 दिन तक घर पर ही रहूँगा। सभी चिकित्सकों, मेडिकल स्टाफ का हृदय से धन्यवाद जिन्होंने मेरा ध्यान रखा, #CoronaWarriors मरीजों का पूरी निष्ठा से ध्यान रख रहे हैं, उनकी इस निस्वार्थ सेवा को समाज हमेशा याद रखेगा। 

कोरोना एक्टिव मरीजों में मध्यप्रदेश 16वें स्थान पर आया

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बीते शुक्रवार को समीक्षा बैठक में कहा कि कोरोना के एक्टिव प्रकरणों में देश में तुलनात्मक रूप से मध्यप्रदेश 16वें स्थान पर आ गया है। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 8716 है। प्रारंभ में मध्यप्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही थी परन्तु पिछले कुछ दिनों में पूरे देश के साथ ही मध्यप्रदेश में भी एक्टिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी। अब नए पॉजीटिव मरीजों की तुलना में ठीक होकर घर जा रहे मरीजों की संख्या बढ़ी है तथा प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आना प्रारंभ हो गया है, जो कि अच्छे संकेत हैं। आज प्रदेश में 838 कोरोना के मरीज स्वस्थ होकर घर गए तथा 830 नए मरीज पाए गए। हमारी रिकवरी रेट 73.6 प्रतिशत हो गई है।

टैस्टिंग बढ़ाई जाए, जागरूकता फैलाएं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना लाइलाज बीमारी नहीं है तथा सभी ठीक हो जाते हैं, यदि मरीज को समय से अस्पताल लाया जाए। विलंब से अस्पताल लाने पर यह घातक हो सकता है। इसके लिए टैस्टिंग बढ़ाए जाने की आवश्यकता है, जिससे समय से बीमारी का पता चल सके। अभी प्रति 10 लाख हमारी टैस्टिंग 10294 है। इसके साथ यह भी आवश्यक है कि जनता को जागरूक किया जाए कि कोरोना के लक्षण दिखने पर व्यक्ति को तुरंत अस्पताल लाएं। किसी भी हालत में विलंब न किया जाए।

मृत्यु दर न्यूनतम करने के प्रयास करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी कोविड अस्पतालों में सर्वोत्तम इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाकर मृत्यु दर को न्यूनतम किए जाने के प्रयास करें। अभी प्रदेश की कोरोना मृत्यु दर 4.32 प्रतिशत है। कोरोना की मृत्यु दर किस प्रकार कम की जाए इसके लिए अशासकीय विषय विशेषज्ञों से भी राय ली जाए।

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