अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद, अब IAF को मिले 8 अपाचे हेलीकॉप्‍टर

अपाचे एएच-64ई (Boeing AH-64 Apache) हेलीकॉप्‍टरों को भारतीय वायुसेना (Indian AirForce) में शामिल कर लिया गया है. अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद पाकिस्तान से बढ़े तनाव के बीच अमेरिका (America) निर्मित इस हेलीकॉप्‍टर के भारतीय वायुसेना में शामिल होने और पठानकोट एयरबेस पर तैनात होने के कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं. दुनिया का सबसे उन्नत अपाचे एएच-64ई हेलिकॉप्टर का इस्‍तेमाल इस समय अमेरिकी वायुसेना भी कर रही है. इस हेलीकॉप्‍टर को लादेन किलर (Laden Killer) भी कहा जाता है.

वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल बीएस धनोआ की मौजूदगी में पठानकोट एयरबेस पर ये हेलीकॉप्टर वायुसेना में शामिल किए गए. ये वही पठानकोट एयरबेस है, जहां 2016 में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमला बोला था. भारत सरकार ने हथियार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग के साथ 4168 करोड़ रुपए में 22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने का सौदा किया था. अगले साल यानी 2020 तक भारत को सभी 22 अपाचे हेलीकॉप्टर मिल जाएंगे. एयरबेस पर वायुसेना में शामिल होने से पहले अपाचे हेलीकॉप्टर के सामने नारियल फोड़ा गया और पारंपरिक तौर पर इसे वायुसेना के बेड़े में शामिल किया गया.


2 सीटर अपाचे हेलीकॉप्‍टर में हेलिफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें लगी हैं. एक सेंसर भी लगा है, जिससे ये हेलीकॉप्टर रात में भी ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है. हेलीकॉप्टर की अधिकतम स्पीड 280 किलोमीटर प्रति घंटे है. अपाचे हेलीकॉप्टर का डिजाइन के चलते इसे रडार पर पकड़ना मुश्किल होता है.

अपाचे दुनिया का सबसे एडवांस मल्टी रोल कॉम्बेट हेलीकॉप्टर है. भारत और अमेरिका के बीच सितंबर, 2015 में बड़ी डील हुई थी, जिसके तहत 22 हेलीकॉप्टर भारत को मिले हैं. 27 जुलाई को 4 हेलिकॉप्टर मिल चुके हैं, अब आठ हेलिकॉप्टर मंगलवार को शामिल हुए. बाकी हेलीकॉप्‍टर 2020 तक भारत को मिल जाएंगे.

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