चक्रवाती तूफान वायु की दिशा बदली, दोपहर तक पहुंचेगा गुजरात

अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान 'वायु' गुरुवार दोपहर गुजरात तट से टकराएगा। अभी इसकी रफ्तार 145 से 155 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है, लेकिन मौसम विभाग को आशंका है कि गुजरात पहुंचने पर इसकी रफ्तार 180 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। प्रशासन ने पूरे इलाके को अलर्ट पर रखा है। करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 52 टीमों को तैनात किया गया है। सेना के तीनों अंगों और कोस्ट गार्ड को भी अलर्ट पर रखा है। तूफान का असर गुजरात के अलावा महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों पर भी हो सकता है। सौराष्ट्र तट से सटे अमरेली, गिर, जूनागढ़, पोरबंदर, राजकोट, जामनगर, द्वारका और कच्छ में लोगों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है।

महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में भी चक्रवात का असर

महाराष्ट्र के मुंबई समेत कई इलाकों में चक्रवात 'वायु' का असर पड़ेगा। सिंधुदुर्ग जिले के मलवान तहसील के देवबाग गांव के पास समुद्र में ऊंचा ज्वार उठ रहा है। समुद्र का पानी गांव में भर गया है।

पीएम मोदी ने की अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से चक्रवात के बारे में स्थानीय एजेंसियों द्वारा मुहैया कराई जा रही सूचनाओं का पालन करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि वह लोगों की सुरक्षा और सेहत के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

मौसम विभाग का कहना

पिछले 6 घंटों में तूफान की दिशा कुछ बदली है। मौसम विभाग का मानना है कि अब इसका बड़ा हिस्सा सौराष्ट्र के समुद्र से होकर गुजर जाएगा। हालांकि खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। यह तूफान दोपहर में गुजरात तट से टकराएगा। गुजरात और दीव सरकार ने बुधवार शाम तक चार लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का दावा किया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में गृह, रक्षा, दूरसंचार, मौसम विभाग, एनडीएमए, इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ और राष्ट्रीय आपदा बचाव बल के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। गुजरात के मुख्य सचिव और दीव के प्रशासक के सलाहकार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इसमें हिस्सा लिया।

मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 'वायु' अतिभीषण चक्रवात में बदल गया है। गुजरात से 10 जिलों के भी इससे प्रभावित होने की आशंका है।एनडीआरएफ की 52 टीमें नाव, पेड़ काटने की आरी और संचार उपकरणों के साथ मौजूद है। इसके साथ ही सेना, वायुसेना, नौ सेना और कोस्ट गार्ड को भी सतर्क रखा गया है।

यातायात सेवाएं बाधित

 तूफान के चलते रेल, सड़क और वायु यातायात सेवाएं बाधित हो गई हैं। पोरबंदर समेत प्रभावित इलाकों के हवाई अड्डों से उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है। चार सौ उड़ानों पर असर पड़ा है। पश्चिम रेलवे ने 70 ट्रेनों को कैं‍सिल कर दिया है। 28 के रूट को कम कर दिया है। सोमनाथ मंदिर क्षेत्र में आंधी : चक्रवात के टकराने से पहले ही प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर क्षेत्र में लोगों का सामना धूलभरी आंधी से हुआ।

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