ओला-उबर में समान निवेशकों से स्पर्धा को खतरा नहीं : CCI
नई दिल्ली। भारतीय स्पर्धा आयोग (सीसीआइ) ने कहा है कि मोबाइल एप्लीकेशन आधारित कैब सेवा प्रदाता कंपनियों ओला और उबर में समान निवेशकों के होने से स्पर्धा को कोई खतरा नहीं है। आयोग ने इस बारे में चार याचिकाओं को समान प्रकृति का मानते हुए खारिज कर दिया। टैक्सी सेवा प्रदाता कंपनी मेरु ट्रैवल सॉल्यूशंस ने ओला कैब्स ऑपरेटर एएनआइ टेक्नोलॉजीज, उबर इंडिया सिस्टम्स, उबर बीवी और उबर टेक्नोलॉजीज के खिलाफ याचिकाएं दायर की थीं। मेरु का कहना था कि ओला और उबर स्पर्धी कंपनियां हैं। लेकिन वर्तमान में कम से कम चार निवेशकों ने दोनों कंपनियों के शेयर खरीदे हुए हैं।
इनमें सॉफ्टबैंक, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट एलएलसी, सिक्वोया कैपिटल और दीदी चक्सिंग शामिल हैं। सीसीआइ ने फैसले में कहा कि इस बात के ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं कि दोनों कंपनियों में इन चारों के निवेश से बाजार में स्पर्धा से समझौता हुआ है। आयोग ने यह भी कहा कि एक नजर में शिकायतकर्ता की यह बात मान भी ली जाए कि समान निवेशकों के होने से दोनों कंपनियों ने बाजार में दबदबा बना रखा है, फिर भी यह बात जांच को आगे बढ़ाने का आधार नहीं बनती है।