जापान की सच्ची घटना! बच्चे को बचाने के लिए मां ने त्याग दिया जीवन और लेटर में लिखी ये बात

Happy Mother's Day :  जापान की सच्ची घटना! वो तो बस दुनिया के रिवाजों की बात है, वर्ना संसार में मां के अलावा कोई भी सच्चा प्यार नहीं करता।
जापान में कुछ समय पहल एक भूकंप आया था। इस दौरान बचाव कार्य का काम करने वाले राहत कर्मी एक घर के बहार से गुजर रहे थे। तभी पास के एक घर में एक महिला ऐसे बैठी हुई दिख रही थी मानो महिला मंदिर में बैठकर पूजा कर रही हो या फिर नमाज पढ़ रही है। यह सब बचाव कर्मी के लोगों को साफ दिखायी नहीं दे रहा था, वे दीवार की दरार में से देख रहे थे। तभी एक बचाव कर्मी ने देख की महिला के सिर पर भारी चोटे आयी है। महिला का शरीर ठंड हो गया था। 

मां ने त्याग दिया जीवन

दरार से कुछ जगह बनाकर देख तो उस महिला की हालत बहुत दयनीय हो चुकी थी महिला लगभग मर चुकी थी। यह जानकार की वह मर चुकी है, बचावकर्मी वहां से आगे बढ गया लेकिन तभी बचाव दल के हेड को यह देख अच्छा नहीं लगा और वापस उस घर के पास जाकर मलबा हटाने लगे, कुछ देर में सभी बचावकर्मी भी इस काम में जुट गए। मलबा हटाकर सावधानी पूर्वक उस महिला को बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। तभी बचावकर्मी के मुंह से निकला की यहां तो एक बच्चा भी है। यह सुनकर सभी बचावकर्मी अच्छी तरह से मलबे को हटाने में जुट गए। 

लेटर में लिखी ये बात

तभी उन्होंने देखा की महिला के मृत्यु शरीर के नीचे टोकरी में रेशमी कंबल में लिपटा हुआ करीब 3 महीने का एक छोटा सा बच्चा था। वहीं पे खड़े सभी बचाव कर्मी को यह देखकर लगभग समझ में आ गया था कि महिला ने अपने बच्चे को बचाने के लिए अपने जीवन का त्याग किया है। भूकंप के समय जब घर गिरने वाला था तभी महिला ने अपने शरीर से सुरक्षा देकर अपने बच्चे की रक्षा करने की कोशिश की थी। कुछ देर में डॉक्टर की टीम वहां पहुंच गयी। उन्होंने जब बच्चे की जांच की तब बच्चा बेहोश था। डॉक्टर ने बच्चे से लिपटे हुए कंबल को हटाया तो उन्हे वहां एक लेटर मिला जिसमें लिखा हुआ था। मेरे बच्चे, अगर तुम बच गए हो तो बस इतना याद रखना कि तुम्हारी मां तुमसे बहुत प्यार करती थी। उस लेटर को पढ़ने के बाद वहां खड़े सब लोगों की आंखें नम हो गयी।

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